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Means/Methods: TLM

Area: Attainment of Learning Outcome

Subject: Science

Level : Upper Primary

District: Muzaffarnagar

Teacher’s Name: तरूण भूषण

Topic : Academic (Content)

सारांश -

शिक्षक द्वारा प्रयोग आधारित कक्षा-शिक्षण करने से विद्यार्थियों में विज्ञान विषय के प्रति रूचि बढ़ी, इसके साथ ही उनमें विज्ञान विषय की विभिन्न अवधारणाओं (वायुदाब, द्रव्यमान केन्द्र, जड़त्व) के प्रति बेहतर समझ बनी एवं वे उनका दैनिक जीवन में अनुप्रयोग करना सीख गए।

उद्देश्य -

विज्ञान पढ़ाते समय शिक्षक द्वारा यह अनुभव किया गया कि कक्षा में विद्यार्थी विज्ञान विषय के प्रति बहुत अधिक रूचि नहीं ले रहे हैं। शिक्षक द्वारा विज्ञान विषय में रूचि उत्पन्न करने के लिए विज्ञान विषय के विभिन्न प्रकरणों जैसे- वायुदाब, वायुमण्डलीय दाब, वायुस्थान घेरती है, जड़त्व आदि को रोचक ढंग से प्रयोगों के माध्यम से प्रस्तुत कर विद्यार्थियों में वैज्ञाानिक अवधारणाओं की स्थाई समझ विकसित करना है। विभिन्न प्रयोगों के माध्यम से कक्षा शिक्षण को रूचिकर बनाना व विद्यार्थियों में वैज्ञानिक संप्रत्यय को स्पष्ट करना है, जिससे कक्षा के प्रत्येक विद्यार्थी को विज्ञान विषय समझने में आसानी हो सकें। विज्ञान विषय पढ़ाने के लिए भिन्न-भिन्न प्रकार के नवाचारों का प्रयोग कक्षा शिक्षण में किया जा रहा है, जिससे विद्यार्थियों के नामांकन एवं उपस्थिति में सकारात्मक वृद्धि हो सके। कक्षा शिक्षण में रूचि लेकर प्रयोग करना अपने आप में सराहनीय है और यह बेस्ट प्रैक्टिसेस के अन्तर्गत उत्तम कार्य है।

क्रियान्वयनः

प्रयोगों को क्रियान्वित करने के लिए गिलास, पानी, खाली बोतल, गुब्बारे, माचिस, पुरानी किताब, प्लेट, छन्नी, गत्ता, सुई, पेन, तार आदि। (सभी प्रयुक्त सामग्री पूर्णता जीरो निवेश पर आधारित है और सभी सामग्री हर वक्त विद्यालय में मौजूद रहती है) की आवश्यकता होती है। वायु एवं वायुदाब की अवधारणा को स्पष्ट करने के लिए निम्नलिखित प्रयोग किए गए-

प्रयोग 1.

पानी से भरे गिलास में ऊपर से छन्नी रखने पर उसके बाद गिलास को उल्टा करने पर भी एक भी बूंद पानी गिलास से बाहर नहीं आता? क्यों? पानी के ऊपर वायुदाब अधिक होने के कारण पानी का जल दाब काम हो जाता है इससे पानी बाहर निकल नहीं पता। इस प्रयोग से बच्चे ने वायुदाब के गुणों का अध्ययन किया और वायुदाब का दैनिक जीवन में उपयोग से परिचित हुआ।

प्रयोग 2.

क्या छेद हुई बोतल से पानी गिरना रोका जा सकता है? हाँ छेद वाली बोतल से पानी निकलने से रोका जा सकता है। बोतल के ऊपर लगने वाले ढक्कन को बंद करके पानी को निकलने से रोका जा सकता है। इस नवाचार से बच्चे वायुमंडलीय दाब की अवधारणा को आसानी से समझ लेते हैं।

प्रयोग 3.

₹500 के नोट को एक बोतल के निचले कटे हुए सिरे में रखकर उसे पानी में डुबोकर रखने पर भी ₹500 का नोट गीला क्यों नहीं होता? कटी हुई पानी की बोतल में पहले से ही हवा मौजूद थी, तो उसमें पानी का प्रवेश नहीं हो सकता यदि बोतल को तिरछा किया जाए तो हवा बाहर आ जाएगी व पानी बोतल में भर जाएगा। इस नवाचार की मदद से बच्चों को सिखाया जा सकता है कि वायु स्थान घेरती हैं। इस तरीके के नवाचारों से बच्चों को मुश्किल प्रकरण भी आसानी से समझाया जा सकता है। द्रव्यमान केंद्र की अवधारणा स्पष्ट करने के लिए के लिए निम्नलिखित प्रयोग किया गया-

प्रयोग 4.

क्या एक पेन को अपनी उंगली पर संतुलित किया जा सकता है? जी हां बिल्कुल। सही पढ़ा आपने। ऐसा करने के लिए आपने क्या किया ? ऐसा करने के लिए पेन पर एक लोहे का तार बांधकर, उस तार के निचले सिरे पर एक बजन बांध देने से पेन को उंगली पर आसानी से संतुलित किया जा सकता है। इस प्रयोग से हम बच्चों को द्रव्यमान केंद्र की अवधारणा को बहुत आसानी से समझा सकते है। किसी भी वस्तु के संतुलित होने की अवधारणा को भी स्पष्ट किया जा सकता है।

प्रयोग 5.

जड़त्व की अवधारणा एवं न्यूटन के गति के प्रथम नियम को स्पष्ट करने के लिए निम्नलिखित प्रयोग किया गया। आलू के अंदर पेचकस घुसा कर पेचकस को पीछे से हिट करने पर आलू नीचे क्यों नहीं गिरता?

आलू जड़त्व के नियम के कारण गिरने के बजाए ऊपर जाएगा क्योंकि जड़त्व किसी पिंड का यह गुण है जो उसे हिलाने या उसकी गति के अन्य दिशा को बदलने का प्रयास करने वाले किसी भी बल का प्रतिरोध करता है।

प्रभाव-

शिक्षक द्वारा विज्ञान के विभिन्न प्रकरणों जैसे वायुदाब, वायुमण्डलीय दाब, वायुस्थान घेरती है, इत्यादि रोचक प्रयोगों द्वारा प्रस्तुत करने से छात्रों में विज्ञान के प्रति रूचि उत्पन्न हुई अब विद्यार्थियों में विश्वास जागृत हो रहा है कि वे भी आसानी से विज्ञान सीख सकते है। इस नवाचार की मदद से विद्यालय में विद्यार्थियों का नामांकन व उपस्थिति में वृद्धि हुई है।