Extra-curricular Activities
Sports .
Related to : Sports
Means/Methods: Activity
Area: Community Participation
Subject: Hindi
Level : Upper Primary
District: Kanpur Nagar
Teacher’s Name: श्रीमती आशा कटियार
सारांश -
सामुदायिक सहभागिता से विद्यालय में खेल के मैदान का विकास किया गया। जिसके द्वारा बच्चों को खेल से सम्बन्धित विभिन्न गतिविधियों को करने का अवसर मिला। इससे बच्चों में पारस्परिक सहयोग की भावना का विकास, सृजनात्मकता, स्वास्थ्य, मनोरंजन एवं व्यावसायिक दक्षता को विकसित कर उनके सर्वांगीण विकास हेतु प्रयास किया गया और जिससे बच्चों की उपस्थिति में गुणात्मक वृद्धि हुई और विद्यालय के बच्चों ने राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर विभिन्न पुरस्कार जीते।
उद्देश्य -
सरकारी विद्यालयों में खेल के मैदान और प्रशिक्षकों की कमी है, लेकिन समाज एवं समुदाय के सहयोग से बच्चों को खेलों से जोड़कर उनको पहचान और ऊँचाई तक पहुंचाया जा सकता है। विद्यालय में बच्चों को पढ़ाई के साथ खेल में भी आगे बढ़ाने हेतु कुछ नवीन व अलग करने की आवश्यता थी। ग्रामीण अंचल में संसाधनों की न्यूनता होने के बावजूद उपलब्ध संसाधनों को सामुदायिक सहयोग से विकसित कर, खेल गतिविधियों के माध्यम से बच्चों में सृजनात्मकता, स्वास्थ्य, मनोरंजन, एवं व्यावसायिक दक्षता को विकसित कर विद्यार्थियों में सर्वांगीण विकास प्रदान करते हुए उपस्थिति में गुणात्मक वृद्धि करना तथा उनकी प्रतिभा को अवसर प्रदान करते हुए आगे बढ़ने के अवसर प्रदान करना ही इस नावाचार का मुख्य उद्देश्य है।
क्रियान्वयन -
संविलियन विद्यालय गोहलियापुर में खेल के मैदान और प्रशिक्षकों की कमी ने मुझे इस नवाचार को आविष्कार करने के लिए प्रेरित किया। स्थानीय समुदाय के सहयोग से विवादित जमीन को खेल मैदान में बदला गया। इसी गाँव के दो युवा अंशु और सर्वेश ने विद्यालय को सहयोग प्रदान करते हुए बच्चों को निःशुल्क खेल प्रशिक्षण देना शुरू किया। विद्यालय के बच्चों के खेल का समय शाम 4 से 6 बजे तक रखा गया ताकि विद्यालय की पढ़ाई में व्यवधान न हो। इस प्रकार समुदाय के अन्य लोगों व कई अभिभावकों द्वारा विद्यालय की खेल सम्बन्धी गतिविधियों में सहयोग देना प्रारम्भ कर दिया। विवादित जमीन पर हर दिन के लड़ाई-झगड़े से अलग होकर सभी हित धारकों का ध्यान एक सकारात्मक कार्य की तरफ आकर्षित हुआ और बच्चों पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ा। इस नवाचार के माध्यम से कई कठिनाईयों का एक साथ समाधान हुआ। इसके द्वारा न केवल विद्यालय, शिक्षकों, बच्चों, अभिभावकों व समुदाय में सहभागिता में वृद्धि हुई अपितु विद्यालय के बच्चों में सर्वांगीण विकास हेतु आवश्यक खेल का मैदान व मानव संसाधन की उपलब्धता भी सुनिश्चित हुई जिससे उचित संसाधनों की उचित स्थान पर उचित व्यवस्था करने से एक शिक्षक अपने विद्यार्थियों को नवीन ऊँचाईयों तक ले जा सकता है। इस नवाचार द्वारा यह भी स्पष्ट रूप से प्रदर्शित हुआ। नियमित उपस्थिति से बच्चों की संख्या बढ़ी। बच्चों को स्थानीय और कानपुर के टूर्नामेंट में शामिल किया गया, जिससे वे विभिन्न खेलों में माहिर हो गए। वर्तमान समय में गाँव के अनेक बच्चे स्टेट और नेशनल स्तर पर पहचान बना चुके हैं, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा है। जिससे विद्यालय का नामांकन बढ़ गया है और 2022 की एन०सी०ई०आर०टी० रैंकिंग में जनपद का सर्वश्रेष्ठ विद्यालय बना है। बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें कानपुर खेल अकादमी से जोड़ा गया। लगातार प्रयासों से बच्चे कबड्डी, योग, बैडमिंटन, कुश्ती, लॉन्ग जंप और दौड़ में महारत हासिल करने लगे और स्थानीय टूर्नामेंट भी जीतने लगे।
प्रभाव -
विद्यालय के बच्चों ने खेलकूद में अद्वितीय सफलता हासिल की है। संविलियन विद्यालय गोहलियापुर, बिल्हौर में प्रतिवर्ष समर कैंप आयोजित होता है जिसमें समाज के सहयोग से विभिन्न खेल प्रशिक्षक बच्चों को प्रशिक्षण देते हैं। इस नवाचार से विद्यालय के नामांकन में वृद्धि हुई है, जो अब 230 है और 2022 में N.C.E.R.T. रैंकिंग में जनपद का सर्वश्रेष्ठ विद्यालय बना। विद्यालय के बच्चों ने 'जय हनुमान खेल अकादमी' नामक अपनी खेल अकादमी बनाई है और अपना यूट्यूब चैनल भी विकसित किया है। उनके उल्लेखनीय उपलब्धियों में शामिल हैं।
1. 2021 में, कुमारी अंशु कक्षा 7 ने राज्य स्तरीय ग्रामीण उत्तर प्रदेश योग एसोसिएशन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया और राष्ट्रीय स्तर तक पहुंची।
2. 2022 में, अंशु कक्षा 8 ने पुनः राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल किया और नेशनल स्तर पर प्रदर्शन किया।
3. 2023 में, 6 बालिकाओं और 5 बालकों का सब जूनियर कबड्डी टीम में राज्य स्तर पर चयन हुआ।
4. 2023 में, बेसिक की राज्य खेलकूद प्रतियोगिता में बालकों की कबड्डी टीम का चयन हुआ।
5. 2024 में, ग्रामीण युवा लीग में बालिकाओं और बालकों की कबड्डी टीम का राज्य स्तर पर चयन हुआ।
विद्यालय में किए गए इस नवाचार द्वारा यह प्रभावित हो गया कि समुदाय को समुचित सकारात्मक सहयोग से सूदर ग्रामीण विद्यालय के बच्चे भी जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते है। फिर चाहें व खेल का मैदान हो या विद्या की उड़ान शिक्षिका को यह पूर्ण विश्वास है कि विद्यालय के बच्चे राष्ट्रीय से अन्तराष्ट्रीय स्तर तक ले जाऐंगे और खेल में उच्च स्थान प्राप्त करेंगे।