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Related to : Teaching Learning Material

Means/Methods: TLM

Area: Educational Quality Enhancement

Subject: Maths

Level : Primary

District: Etawah

Teacher’s Name: स्वीटी मथुरिया

Topic : Academic (Teaching Learning Material)

सारांश -

बच्चों में गणित विषय के भय को दूर करने के लिए सामान्य कैलेण्डर को गणित कैलेण्डर में परिवर्तित किया गया। जिसके उपयोग से बच्चों में गणितीय संक्रियाओं जैसे प्रतिशत, भिन्न, आकृतियों का ज्ञान, वर्गमूल, पूर्ववर्ती अनुवर्ती संख्याओं का ज्ञान, जोड़, घटाव, गुणा, भाग आदि समझना एवं उसका दैनिक जीवन में उपयोग करना सहज हुआ।

उद्देश्य- स्वनिर्मित गणित कैलेण्डर का उद्देश्य विद्यार्थियों में स्वयं समझकर, खोजकर और हल करने की प्रवृत्ति का विकास करना है। यह मुख्य रूप से कक्षा 1 से 5 तक के विद्यार्थियों के लिए अत्यन्त प्रभावशाली है। विद्यार्थी इस कैलेण्डर के माध्यम से प्राथमिक स्तर पर प्राप्त की गयी दक्षताओं, अवधारणाओं का सुदृणीकरण कर निपुण लक्ष्य को सुगमता से प्राप्त कर पायेंगे, साथ ही साथ दैनिक गणित सामान्य जोड़, घटाव इत्यादि की अवधारणा को भी समझ सकेंगे।

क्रियान्वयन -

कैलेंडर गणित की विभिन्न अवधारणाओं को सिखाने के लिए एक उपयोगी शिक्षण सामग्री सिद्ध हो रहा है। इसके माध्यम से शिक्षिका गणित जैसे कठिन विषयों को व्यावहारिक और रोचक तरीके से सिखा रही हैं। जोड़ सिखाने के लिए कैलेंडर की तारीखों का उपयोग किया जाता हैं, जैसे किसी महीने के कुछ दिनों को जोड़ना, घटाना सिखाने के लिए किसी दो तारीखों के बीच का अंतर निकालने आदि का अभ्यास कराया जा रहा है। गुणा सिखाने के लिए महीनों के हफ्तों का उपयोग किया जाता है, जैसे महीने में चार सप्ताह होते हैं और एक सप्ताह में सात दिन होते हैं. तो 04 सप्ताह में कुल कितने दिन होंगे? इसी तरह, भाग सिखाने के लिए किसी महीने के दिनों को बराबर हिस्सों में विभाजित कर बच्चों को विभाजन की समझ दी जाती है। इसके अलावा, कैलेंडर का उपयोग करके बच्चों को पैटर्न पहचानने और महत्वपूर्ण तारीखों के बीच के दिनों का अंतर जानने जैसी मजेदार गतिविधियाँ भी कराई जाती हैं। इस तरह कैलेंडर के प्रयोग से बच्चे गणित के विभिन्न अवधारणाओं को सीखने के साथ-साथ समय प्रबंधन का भी अभ्यास करते हैं, जिससे गणित सीखना न केवल सरल बल्कि आनंददायक भी बन जाता है। इसके साथ-साथ ही कैलेंडर के माध्यम से पूर्ववर्ती, अनुवर्ती संख्याएं भिन्न आकृतियों और वर्गमूल एवं प्रतिशत को भी सिखाया जा रहा है। इसे और भी मनोरंजक बनाने हेतु कुछ ऐसे सवाल का भी निर्माण किया गया है जिनका हल करने पर उसे दिन की ही तारीख निकलती है। विद्यार्थी इन सवालों को हल करके उसे दिन की तारीख निकलते हैं और उत्तरों का मिलान कैलेंडर से करते हैं। शिक्षिका ने कैलेंडर का उपयोग करके सीखना विधि के द्वारा गणित विषय के व्यावहारिक ज्ञान के देने के साथ-साथ इस मनोरंजक बनाने का भी प्रयास किया है। इसके द्वारा विद्यार्थियो महीने, सप्ताह और दिन के बारे में भी जानकर वे बेहतर समय का प्रबंधन भी बेहतर तरीके से कर सकते हैं।

प्रभाव-

इस स्वनिर्मित गणित कैलेण्डर के माध्यम से विद्यार्थी निपुण लक्ष्य की प्राप्ति की ओर अग्रसर है। विद्यार्थियों में मानसिक, तार्किक, एवं विश्लेषणात्मक क्षमता का संवर्द्धन हुआ है। विद्यार्थी सरल दैनिक गणित तथा अपने परिवेश से जुड़ी गणितीय संगणना में रूचि लेने लगे हैं जिसका स्पष्ट सकारात्मक प्रभाव विद्यालय में छात्र उपस्थिति पर पड़ा है। तथा नामांकन में भी वृद्धि हुई है। अभिभावकों की आरे से की इस कैलेण्डर के सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुए हैं।