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Related to : Health & Hygiene

Means/Methods: Activity

Area: Health and Hygiene

Subject: Hindi

Level : Upper Primary

District: Fatehpur

Teacher’s Name: चंपा शर्मा

Topic : School Environment (Health & Hygiene)

सारांश -

शिक्षिका के प्रयास से विद्यालय में एक नवाचार स्कूल चिन्ड्रेन बैंक की शुरूआत की गयी है। जिसके माध्यम से विद्यार्थियों में बैंकिंग प्रणाली की समझ एवं बचत की आदत को बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।

उद्देश्य-

शिक्षिका द्वारा विद्यालय में देखा गया कि बच्चे जो भी रूपया घर से लाते थे, वे उन रूपयों से टॉफी, चॉकलेट, कुरकुरे, बिस्किट इत्यादि खरीदते थे और रैपर्स को इधर-उधर फेंक देते थे, जिससे विद्यालय परिसर में गंदगी फैलती थी और बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता था। इस समस्या के समाधान के लिए शिक्षिका द्वारा बच्चों में फिजूलखर्ची पर रोक व बचत की आदत विकसित करने के लिए विद्यालय स्तर पर चिल्ड्रेन बैंक नवाचार की शुरूआत की गयी। जब बच्चों को इस चिल्ड्रेन बैंक के बारे में जानकारी हुई तो उन्होनें अपना रूपया इस बैंक में जमा करना शुरू कर दिया। अब वह घर से लाये हुए रूपयों को स्कूल चिल्ड्रेन बैंक में जमा कर देते है। इस नवाचार के माध्यम से बच्चों को बैकिंग प्रणाली से जुड़े कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त होगी, साथ ही साथ उनमें विकास होगा।

क्रियान्वयन -

स्कूल चिल्ड्रेन बैंक नवाचार की विशेष बात यह है कि यह बैंक पूरी तरह से बच्चों द्वारा ही संचालित किया जाता है। विद्यालय की छुट्टी से आधे घंटे पहले बैंक में काम शुरू किया जाता है इस बैंक में केवल सोमवार से लेकर शुक्रवार तक काम किया जाता है। इस बैंक में एक बच्चे को बैंक मैनेजर बना दिया जाता है। जो कि पूरे बैंक के कार्य को देखता हैं। जो भी बच्चे इस बैंक मैं अपना खाता खुलवाना चाहते हैं वह निःशुल्क खाता खुलवा सकते हैं इसके लिए उन्हें अपनी एक पासपोर्ट साइज की फोटो, आधार कार्ड की फोटो कॉपी की आवश्यकता होती है। फोटो और आधार कार्ड की फोटो कॉपी प्राप्त होने के बाद रजिस्टर में बच्चे का नाम, कक्षा, पिता का नाम, माता का नाम, स्थाई पता, फोन नंबर, आधार कार्ड नंबर सभी रजिस्टर में दर्ज किया जाता है बच्चों के हस्ताक्षर करवाने के बाद उन्हें पासबुक दी जाती है। जिसमें खाता संबधी पूरी जानकारी होती है जैसे- खाता खोलने की तिथि, जमा की गयी कुल धनराशि आदि की संपूर्ण जानकारी होती है। कार्यप्रणाली में कोई त्रुटि ना होने पाए इसका भी ध्यान रखा जाता है। इसमें बच्चे जो भी रूपया जमा करते हैं, उसे रोज रजिस्टर में दर्ज किया जाता हैं और उनकी पासबुक में भी नोट करते हैं और उसी दिन धनराशि का टोटल भी कर दिया जाता है कि कितनी धनराशि खाते में जमा हो चुकी है। स्कूल चिल्ड्रेन बैंक में जमा धनराशि जब महीने के आखिरी में एकमुश्त मिलता है तो बच्चों में खुशी कई गुना बढ़ जाती है। उन्हें न केवल मूलधन मिलता है बल्कि बैंक से ब्याज के रूप में पेंसल, पेन, रबर, कॉपी आदि भी दिया जाता है। एकमुश्त मिले हुए धनरााशि जिससे वह जरूरत की चीजों को अपने अभिभावकों के साथ जाकर खरीद सकते हैं।

 इस प्रकार विद्यार्थियों से पूछे जाने पर कि आप सब बड़े होकर क्या बनोगे तो कई विद्यार्थियों ने बताया कि वह बड़े होकर बैंक में काम करना चाहते हैं क्योंकि अब वे बैंक की कार्यप्रणाली को समझ चुके हैं। उन्होंने बताया कि जब से स्कूल में चिल्ड्रेन बैंक खुला है तब से बच्चों द्वारा स्कूल में गंदगी भी नहीं की जाती व बच्चों में बचत की आदत विकसित हुई उन्होंने अन्य बच्चों को भी प्रेरित किया है कि वह अपने फुटकर रूपयों को इधर-उधर बर्बाद ना करके स्कूल चिल्ड्रेन बैंक में रूपया को जमा करें और बैंक का लाभ उठाएं व अपने स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक रहे।

प्रभाव-

इस बेस्ट प्रैक्टिसेस से विद्यार्थियों में फिजूल खर्च करने की आदत में कमी आ गयी है। बच्चों में जंक फूड खाने की आदत में कमी पाई गई उनके द्वारा चिप्स, चॉकलेट, कुरकुरे, टॉफियां, आदि खरीदने पर प्रतिबंध लगा व अपने स्वास्थ्य के प्रति भी सचेत हुए, उन्हें जानकारी हुई कि जंक फूड खाने से उनके दाँत खराब हो जाएंगे व उनका स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ेगा जिससे उन्हें कई बीमारियां भी हो सकती हैं। बच्चों को बैंक के कार्यप्रणाली की जानकारी हुई बच्चों ने अपने रूपयों की बचत करना सीख रहे है। स्कूल चिल्ड्रेन बैंक से प्राप्त एकमुश्त धनराशि का बच्चों ने सदुपयोग करना सीखा। अभिभावकों द्वारा भी इस नवाचार की प्रशंसा की गई।